किताबे ग़म में ख़ुशी का ठिकाना ढ़ूंढ़ो, अगर जीना है तो हंसी का बहाना ढ़ूंढ़ो।
महानतम सवाल का महानतम जवाब. बढ़िया है.
nice
ऐसा ही होता है !
haa haa!
bahut khoob
जवाब से ज्यादा मुझे बतावन का कार्टून पसंद है, क्या अदा से हाथ हिला रिया है.. ये ... ए... ऐसे ... !!!
वह भी सात रंगों में।
bahut khub.....
aur agar tufan ke pahle aa jaye, to babandar ho jayega[:P]
ha ha ha ha
हा हा हा हा
मज़ेदार!हा-हा-हा.... बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है। अलाउद्दीन के शासनकाल में सस्ता भारत-१, राजभाषा हिन्दी पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें
कमाल की हास्यफुहार है!--बधाई!--दो दिनों तक नेट खराब रहा! आज कुछ ठीक है। शाम तक सबके यहाँ हाजिरी लगाने का
बढ़िया है और सही भी :):)
wah wah!
vah... kya zavab hai....
हाहाहाहाहा
महानतम सवाल का महानतम जवाब. बढ़िया है.
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंऐसा ही होता है !
जवाब देंहटाएंhaa haa!
जवाब देंहटाएंbahut khoob
जवाब देंहटाएंजवाब से ज्यादा मुझे बतावन का कार्टून पसंद है, क्या अदा से हाथ हिला रिया है.. ये ... ए... ऐसे ... !!!
जवाब देंहटाएंवह भी सात रंगों में।
जवाब देंहटाएंbahut khub.....
जवाब देंहटाएंaur agar tufan ke pahle aa jaye, to babandar ho jayega[:P]
जवाब देंहटाएंha ha ha ha
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा....
बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
अलाउद्दीन के शासनकाल में सस्ता भारत-१, राजभाषा हिन्दी पर मनोज कुमार की प्रस्तुति, पधारें
कमाल की हास्यफुहार है!
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बधाई!
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दो दिनों तक नेट खराब रहा! आज कुछ ठीक है।
शाम तक सबके यहाँ हाजिरी लगाने का
बढ़िया है और सही भी :):)
जवाब देंहटाएंwah wah!
जवाब देंहटाएंvah... kya zavab hai....
जवाब देंहटाएंहाहाहाहाहा
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