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गुरुवार, 2 सितंबर 2010

बुझावन के प्रश्‍न, बतावन का जवाब!-5

हंसना ज़रूरी है क्यूंकि …


हंसने से मस्तिस्क को ऑक्सीजन मिलता है।

बुझावन के प्रश्‍न, बतावन का जवाब!-5

बुझावान : ये बताइए कि कंप्यूटर और औरतों में क्या समानता है?

बतावन : जिस गूढ भाषा में एक, दूसरी से बात करती हैं, वह अन्य किसी के लिए अबोध्य होती है।

 

बुझावान : हूं! अच्छा ये बताइए कि कंप्यूटर और पुरुषों में क्या समानता है?

बतावन : आप जो कहते हैं, वो ये सुनते हैं, पर आपका जो तात्पर्य होता है, वह नहीं समझते।

22 टिप्‍पणियां:

  1. भई वाह..वाह. ऐसा विश्लेषण पहले नहीं देखा. मैं सोच में पड़ गया हूँ कि स्वयं को अब कौन सी श्रेणी में रख कर अपना बचाव करूँ.

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  2. स्त्रियों की गूढ़ भाषा समझना इतना आसान थोड़े ना है ...
    पुरुष बेचारे कुछ का कुछ अर्थ लगा ले...ये उनकी गलती है ...

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  3. आपको एवं आपके परिवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें !

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  4. हा हा और ही ही..

    श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये

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  5. आदमी और औरत की सोच में भी कोई समानता दिखे तो बात बने !

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  6. आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को श्री कृष्ण जन्म की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं!
    http://manojiofs.blogspot.com/2010/09/33.html
    आंच (33) पर करण समस्तीपुरी की कविता “साँझ भई फिर जल गयी बाती”

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  7. :-)

    श्री कृष्ण जन्माष्ठमी की बहुत-बहुत बधाई, ढेरों शुभकामनाएं!

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  8. हा हा ....कंप्यूटर की गूढ़ भाषा तो फिर भी समझी जा सकती है..

    जन्माष्टमी की शुभकामनायें

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  9. बहुत अच्छा!

    श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये!

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  10. janmaashtmi mubaarak ..

    aapko, fulmatiyaa ko, khaderan ko, bataawan/bujhaawan ko,


    aur haan.....priy faatak baabu ko bhi...

    :)

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