फुलमतिया जी का जन्मदिन था। सुबह काम पर जाते वक़्त खदेरन ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी और पुछा, “फुलमतिया जी आज आपके जन्म दिन पर कौन सा उपहार आपको चाहिए? बताइए।” पूलमतिया जी पहले सकुचाई, फिर शर्माई। जो चीज़ वाह चाहती थी (कार) उसे सीधे-सीधे बताने में उसे हिचकिचाहट हो रही थी तो उन्होंने संकेत में कहा, “मुझे वह चीज़ चाहिए जिस पर मैं सवार होऊँ तो वह तीन सेकेण्ड में 0 से 80 पर पर पहुँच जाए।” खदेरन, “ठीक है।” बोलकर काम पर चला गया। शाम को जब वह लौटा तो उसके हाथ में एक उपहार था। उसने फुलमतियी जी को थमाया। फुलमतिया जी ने जब उसे खोला तो उसमें से वजन लेने वाली मशीन निकली। |
ha ha ha ha ...!!
जवाब देंहटाएंहा हा!! मस्त!
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत ही तार्किक लतीफा लगाया है!
हा-हा-हा!
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
हा-हा-हा!
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंha... ha... ha... !
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया, मजा आ गया।
जवाब देंहटाएं................
नाग बाबा का कारनामा।
महिला खिलाड़ियों का ही क्यों होता है लिंग परीक्षण?
भैंस ही बड़ी होती है,
जवाब देंहटाएंऔर खदेरन को ये मालूम नहीं
कि सब जगह अकल नहीं लगानी चाहिए।
:)
हिंदी ब्लॉग लेखकों के लिए खुशखबरी -
जवाब देंहटाएं"हमारीवाणी.कॉम" का घूँघट उठ चूका है और इसके साथ ही अस्थाई feed cluster संकलक को बंद कर दिया गया है. हमारीवाणी.कॉम पर कुछ तकनीकी कार्य अभी भी चल रहे हैं, इसलिए अभी इसके पूरे फीचर्स उपलब्ध नहीं है, आशा है यह भी जल्द पूरे कर लिए जाएँगे.
पिछले 10-12 दिनों से जिन लोगो की ID बनाई गई थी वह अपनी प्रोफाइल में लोगिन कर के संशोधन कर सकते हैं. कुछ प्रोफाइल के फोटो हमारीवाणी टीम ने अपलोड.......
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मज़ेदार!
जवाब देंहटाएंवाह, मज़ेदार!!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब।
जवाब देंहटाएंमस्त। अच्छा हुआ फुलमतिया जी ने ये नहीं कहा कि वो लाइएगा जिससे मेरे पैर जमीन पर नहीं पड़े।
जवाब देंहटाएंएकदम मस्त...
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