हंसना ज़रूरी है, क्यूंकि …हंसने से अल्सर, अर्थराइटिस, स्ट्रोक, डायबिटीज़ आदि के प्रभाव में कमी आती है! |
विल पॉवर बाज़ार में घूमते एक भिखारी की नज़र एक थुल - थुल काय धनाढ्य महिला पड़ी। वह उसके पास गया और बोला, “मैंने चार दिनों से कुछ नहीं खाया …”भिखारी की बात पूरी होने से पहले ही वह महिला बोल पड़ी, “काश! तुम्हारी जैसी विल पॉवर मेरी भी होती …..!” |
हा हा
जवाब देंहटाएंकिसी की मजबूरी किसी के लिये विल पावर
nice
जवाब देंहटाएंहंसने से अल्सर, अर्थराइटिस, स्ट्रोक, डायबिटीज़ आदि के
जवाब देंहटाएंप्रभाव में कमी आ गई है जी!
क्या विडंबना है.
जवाब देंहटाएंकिसी के लिए मजबूरी ...किसी की बनी विल पॉवर ..
जवाब देंहटाएंहास्य के साथ व्यंग्य का तड़का ...!
बहुत सटीक।
जवाब देंहटाएंha... ha... ha... !
जवाब देंहटाएंकिसी के लिए मजबूरी ...किसी की बनी विल पॉवर ..
जवाब देंहटाएंक्या विडंबना है
काश इसे पढने के बाद न हंसने की विल पावर होती।
जवाब देंहटाएंha...ha....ha.....ha....ha....aur maine khaanaa khaate hue ya sab padhaa....theek se hans bhi nahin paayaaa
जवाब देंहटाएंकिसी के लिए मजबूरी ...किसी की बनी विल पॉवर ..
जवाब देंहटाएंहास्य के साथ व्यंग्य का तड़का ...!
wah majedar ha ha ha .............
जवाब देंहटाएंवाह...बढ़िया चुटकुला
जवाब देंहटाएंमज़ेदार।
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा.....
हाहाहा।
जवाब देंहटाएंहा हा
जवाब देंहटाएंकिसी की मजबूरी किसी के लिये विल पावर
शायद भिखारी बोला होगा, सवाल विल पॉवर नहीं बल्कि पॉकेट (या purchasing) पॉवर का है.
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