फ़ॉलोअर

शुक्रवार, 22 अक्टूबर 2010

आज सिर्फ़ एक चित्र…


आज सिर्फ़ एक चित्र…


ये ई-मेल से प्राप्त हुआ। सोचा आपसे शेयर कर लूं।


बताइए इस चित्र का शीर्षक क्या हो? …. शीर्षक ऐसा हो जिससे हास्य का सृजन हो…

image009
एक शीर्षक तो मैं ही दे रही हूं …

पढेगो-लिखोगे बनोगे खराब!

खेलोगे-कूदोगे बनोगे नवाब…!!

18 टिप्‍पणियां:

  1. अध्ययन और असफलता का समीकरण :))

    जवाब देंहटाएं
  2. हा हा हा हमें ओइसे ही फ़ार्मूले समझ नहीं आते आप और फ़ंसा दीजीए है न ..

    जवाब देंहटाएं
  3. सफलता का गणित-असफलता का सिद्धांत
    सफलता का(गणित-सिद्धांत)
    == "सफलता का गणित-सिद्धांत
    पक्षियों का प्रवास-१भारतीय एकता के लक्ष्य का साधन हिंदी भाषा का प्रचार है!
    पक्षियों का प्रवास-१

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर। वैसे 1+(no)=1-1=0 होता है और 0 और 0 दोनों ओर कटता नहीं।

    जवाब देंहटाएं
  5. सौ बात की एक बात ... पढ़ाई-वडाई में कुछ नहीं रक्खा

    जवाब देंहटाएं
  6. पानी में दूध को मिलाया
    फिर भी मुनाफा नहीं कमाया
    पढ़ा लिखा कुछ समझ न आया
    हर मोड़ पर झटका खाया

    जवाब देंहटाएं
  7. मतलब स्‍टडी करने वालों को ही फेल होने की चिंता रहती है .. स्‍टडी नहीं करने वालों को फेल होने की चिंता ही कहां रहती ??

    जवाब देंहटाएं
  8. फार्मूला बनने वाला बच्चा जरुर एक ना एक दिन कुछ बनेगा कुछ तो बनेगा ही

    जवाब देंहटाएं
  9. ये भगावन भी ना .... एक दिन ज़रूर कुछ बनेगा!

    जवाब देंहटाएं
  10. sin X/n = SIX
    न्युमरेटर और डिनोमिनेटर दोनों का n कैंसिल होकर खाली SIX बचेगा.
    ये लड़का ज़रूर उसी स्कूल में पढता होगा जिसके हम हेडमास्टर रह चुके हैं.

    जवाब देंहटाएं
  11. हम पढ़े-लिखे नहीं....
    बल्कि....
    लिखे- पूँझे हैं....
    ( पूँझे(पूझना) ..पंजाबी का शब्द है...भाव साफ करना....
    जो जहाँ लिखा -पढ़ा....पढ़कर वहाँ ही पूँझ दिया ...साफ़ कर दिया...दिलो-दिमाग से...क्यों पढ़-पढ़कर ऐसे ही बोझ बढ़ाएँ ।

    जवाब देंहटाएं